नवरात्रि में रखें बिना डर के उपवास - An Overview



जौ के बारे में धार्मिक ग्रंथों में कथा आती है कि इस जब ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की तो उस वक्त की पहली वनस्पति 'जौ' थी. धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि सृष्टि की रचना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन हुई थी.

मेथी के बीजों को एक घंटे के लिए पानी में भिगो दें।

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इसके बाद ब्लेंड करके इसे छान लें. अब इसमें अपने स्वादानुसार नमक मिलाकर सेवन करें.

सोरायसिस (त्वचा पर खुजली, रैशेज और चकत्ते)

यदि आपके पास शहद उपलब्ध नहीं है तो खाली दही भी सही रहेगा. हड्डियों को मजबूत बनाता है दही

इसके अलावा, विटामिन-ए, सी और ई से भरपूर खाद्य पदार्थों का भी सेवन कर सकते हैं।

इसे अक्सर कच्चा खाया जाता है, या सलाद,मिठाई और अन्य व्यंजनों में टॉपिंग के रूप

आपके सिस्टम को डिटॉक्स करता है: त्रिफला पाउडर आपकी आंतों से विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है और पाचन में सुधार करता है. एक बार जब आपके शरीर के विषाक्त पदार्थ आपके सिस्टम से निकल जाएंगे, तो आपका भोजन अधिक आसानी से पच जाएगा, आप अधिक सक्रिय महसूस करेंगे, और पूरे दिन भरपूर ऊर्जा महसूस करेंगे.

नींद न आने की परेशानी में गुड़हल से लाभ 

अगर आप सुजाक से परेशान हैं तो आप इसके लिए औषधि के रूप में गुड़हल का उपयोग कर सकते हैं। आपको सबसे पहले गुड़हल की पत्ती को साफ पानी से छान लेना है ओर उसके बाद उसको बारीक रूप से पीस केना है। आप इसमें इसके मिठास के लिए मिश्री ओर यवक्षार अपने अनुसार मिला सकते हैं। अगर आप इस बने हुई रस को सुबह शाम सेवन करते  हैं तो आप सुजाक रोग से छुटकारा पा सकते हैं। इससे आपको एक अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है। इसके लिए जरुर ही आप वैद्य या डॉक्टर या फिर कोई जानकर आदमी से जरुर ही सलाह लेना है। 

न्यूरोपैथिक खुजली : इस प्रकार की खुजली केंद्रीय या पेरिफेरल न्यूरॉन्स (नर्वस सिस्टम से जुड़ा) को क्षति पहुंचने के कारण होती है। यह खुजली तंत्रिका तंत्र से जुड़े विकारों जैसे पैरेस्थेसिया (हाथों में लगातार सुई चुभने जैसा एहसास) के कारण हो सकती है। यह विकार कई बार खुजली के साथ दर्द का भी कारण बन सकते हैं।

जैसा कि हमने पहले भी बताया है कि गुलदाउदी चाय बीटा कैरोटीन या फिर विटामिन ए से भरपूर click here होती है। इस विटामिन का तालुक आपकी आंखों की रोशनी से भी है। यह आंखों की बीमारी होने से रोकने में मदद करती है।

एनर्जी बनाए रखने के लिए लिक्विड लें. सादे दूध की जगह स्किम्ड दूध पिएं.

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